Saturday, 28 April 2018

भुमिका :-ज्योतिष एक महत्वपूर्ण विषय


हमारे प्राचीन काल के ऋषि-मुनियों ने प्रत्येक व्यक्ति का भविष्य जानने और उनके भविष्य को सुखद बनाने के लिए एक परिकल्पना की और वही परिकल्पना आज वैदिक ज्योतिष शास्त्र के नाम से जानी जाती है।
इस विषय में उन्होंने कहा कि हमारा भविष्य नवग्रह, बारह राशियाँ और सत्ताईस नक्षत्रों पर आधारित है।
आज भी विज्ञान भूत व भविष्य जानने के लिए प्रयासरत है और हमारे प्राचीन काल के ऋषि-मुनियों ने इस विषय पर बता चुके थे। 
अब शायद आप समझ ही गए होंगे कि हमारे प्राचीन ऋषि-मुनि कितने विद्वान थे जो एक परिकल्पना से ही व्यक्ति का भविष्य बताने में समर्थ थे।
आज भी ज्योतिषियों ने कई बार लोगों को उनके भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में बताकर तथा उनका समाधान बताया है।
ज्योतिष शास्त्र भविष्य जानने के लिए ही नहीं बल्कि भविष्य को बेहतर बनाने के लिए है।
इस विषय से ही व्यक्ति किस विशेष कार्य के लिए बना है, वह भविष्य में क्या करेगा, वह किस विषय में प्रसिद्ध होगा, उसका भविष्य कैसा होगा ऐसे ही सभी प्रकार के प्रश्नों का उत्तर देने के लिए ही ज्योतिष शास्त्र का निर्माण किया गया है।
इस विषय में व्यक्ति के जन्म समय, जन्म दिन, जन्म स्थान के माध्यम से व्यक्ति की कुंडली बनाई जाती है और उससे भविष्यवाणी की जाती है।

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