यदि आपकी कुंडली में यह राजयोग है तो आप एक सिंह के समान प्रत्येक क्षेत्र में सफलता मिलेगी और आपको सभी सुख सुविधाओं का भोग निश्चित रूप से ही मिलेगा।
हम चर्चा कर रहे हैं गजकेसरी राजयोग की।
इस राजयोग का निर्माण कैसे होता है -
केन्द्रस्थिते देवगुरौ शशांकाद् योगस्तदाहुर्गजकेसरीति। दृष्टे सितार्येन्दुसुते शशांके नीचस्तहीनैर्गजकेसरीति।।
बृह्तपाराशर होरा शास्त्र के अनुसार जब देवगुरु बृहस्पति चंद्रमा से केन्द्र में हो तब गजकेसरी राजयोग घटित होता है। इसके अतिरिक्त यदि अन्य कोई शुभ ग्रह जैसे शुक्र या बुध भी हो तब भी यह राजयोग घटित होता है ।
:- परन्तु इसमे यह शर्त है कि चंद्रमा तथा योगकारक ग्रह नीच अथवा अस्त नहीं होना चाहिए।
नीच ग्रहों के बारे में जानने के लिए - https://arastrology.blogspot.com/2018/05/6.html?m=1
इस राजयोग के लाभ -
गजकेसरिसंजातस्तेजस्वी धनवान् भवेत्।
मेधावी गुण सम्पन्नो राजप्रियकरो भवेत्।।
अर्थात् गजकेसरी राजयोग में उत्पन्न जातक तेजस्वी, धनवान, मेधावी, प्रत्येक गुणों से सम्पन्न और राज्य का प्रिय होता है ( अर्थात् अपने राज्य का ख्यातिप्राप्त व्यक्ति होता है) ।
क्या आपकी कुंडली में भी यह राजयोग घटित होता है, जानने के लिए हमें कमेंट बॉक्स में अपना जन्मदिन जन्मस्थान, जन्मसमय और नाम लिख भेजें (यह सेवा निशुल्क है) ।
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धन्यवाद।।
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ReplyDeletePlz comments...
And check out your rajyog ..
Which gives you everything....
अति सुंदर व्याख्यान👌👏
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