जैसा कि हमने पिछले लेख में जाना कि वह ग्रह जो हमें अशुभ फल देते हैं मारक कहलाते हैं। अपने मारक ग्रहों के बारे मे जानने के लिए लिये हमारा पिछला लेख देखें।
इस लेख में हम आपको मारक ग्रहों के उपाय बताएंगे जिससे आप इन ग्रहों के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं।
मारक ग्रहों से बचने के लिए इन ग्रहों के दान करें और इनकी पूजा करें।
आइए जानते हैं प्रत्येक ग्रह के दान-
सूर्य - तांबा, लाल वस्त्र, लाल चंदन, गेहूँ, गुड़, गाय आदि।
चंद्रमा - चांदी, श्वेत वस्त्र, जल से भरा हुआ घडा, कपूर आदि।
मंगल - लाल वस्त्र, गेहूँ, कनेर के पुष्प, स्वर्ण, लाल बैल आदि।
बुध - कांसा, घी, स्वर्ण, हरे वस्त्रआदि।
बृहस्पति - स्वर्ण, पीत वस्त्र, पीले रंग का अनाज, नमक आदि।
शुक्र - चावल, सुगंधित वस्तुएं, सफेद वस्त्र और वस्तुएं आदि।
शनि - कृष्ण वस्त्र, लोहा, काले अनाज, कम्बल आदि।
राहु - कृष्ण वस्त्र, कम्बल, तिल का तेल, तलवार आदि।
केतु - तिल का तेल, कम्बल, शस्त्र, बकरा आदि।
प्रत्येक ग्रह के रत्न भी दान किए जा सकते हैं।
इसके अलावा इन ग्रहों के दुष्प्रभाव से बचने के लिए इन ग्रहों के अधिपति की पूजा की जाती है।
चंद्र के लिए शिवजी की , बुध के लिए गणेश जी की, मंगल एवं शनि के लिए हनुमान जी की, बृहस्पति के लिए कृष्ण जी की, शुक्र के लिए माता दुर्गा की, सूर्य के लिए भगवान् सूर्य की पूजा की जाती है।
अब आप अपने मारक ग्रहों के दान करें और इनके अधिपति की पूजा करके इनके दुष्प्रभाव से बच सकते हैं (अपने मारक ग्रहों के बारे में जानने के लिये हमारा पिछला लेख देखें) ।
धन्यवाद।
आशा है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा।
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